पूर्व विधायक डॉ. जीतराम ने पिंडर घाटी को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने की उठाई मांग

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थराली (चमोली)। चमोली जिले के थराली विधानसभा के पूर्व विधायक डॉ. जीतराम ने मंगलवार को कुलसारी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार को पिंडर घाटी को आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने के साथ ही क्षेत्रीय जनता को आपदा से निजात दिलाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।

पूर्व विधायक ने कहा कि वर्तमान समय में पिंडर घाटी आपदा से सबसे ज्यादा प्रभावित है। ऐसे में यहां के वाशिदें परेशान हाल में है। लेकिन वर्तमान विधायक का गृह क्षेत्र होने के बाद भी उनका इस ओर कोई ध्यान नहीं है। नंदादेवी लोकजात शुरू हो गई है और जिन क्षेत्रों से होकर लोकजात गुजरती है उन क्षेत्रों के अधिकांश रास्ते, पुल, पुलिया भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो रखे है ऐसे में लोकजात के यात्रियों, उत्सव डोली को लेजाने में परेशानी आ सकती है लिहाजा सरकार को चाहिए की जल्द से जल्द मार्गों को सही करने के साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था करे।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में देवाल, नारायणबगड़ में महाविद्यालय तो खोला गया हैं, लेकिन महाविद्यालय तलवाड़ी में वर्तमान तक एमएससी और बीएड की कक्षाएं संचालित नहीं की गई हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान सत्ता पक्ष के नेताओं की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में अल्ट्रासाउंड सुविधा देने की बात की थी, लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया।  उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पलायन, रोजगार आदि मुद्दों पर भाजपा सरकार फेल होती नजर आ रही हैं, साथ ही महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली यह सरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड में भाजपा नेता के पुत्र का नाम आने के कारण आज तक भी इस संबंध में उचित कार्रवाई नहीं की गई हैं, जिस कारण देवभूमि उत्तराखंड में इस प्रकार के जघन्य अपराध हो रहे हैं, और भाजपा सरकार का महिला सशक्तिकरण का नारा फेल होता नजर आ रहा हैं।

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