नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के खिलाफ नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाते हुए शनिवार को उसके CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर व COO इसिड्रो पोरक्वेरास को शो-कॉज नोटिस जारी कर दिया। रेगुलेटर DGCA ने पिछले पांच दिनों में हुई भारी फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी पर 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर ऑपरेशनल फेलियर प्लानिंग, निरीक्षण और संसाधन प्रबंधन में गंभीर चूक दर्शाते हैं, जो एयरक्राफ्ट रूल्स 1937 और सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट्स का उल्लंघन है।
इस संकट ने पूरे देश में हाहाकार मचा दिया है। 1 दिसंबर से अब तक 2,700 से अधिक फ्लाइट कैंसल हो चुकी हैं, जिससे हजारों यात्री फंस गए हैं। इंडिगो का भारतीय विमानन क्षेत्र में 60% से ज्यादा मार्केट शेयर है, इसलिए इसका असर अन्य एयरलाइंस पर भी पड़ा है। शनिवार को ही बेंगलुरु में 124, मुंबई में 109, दिल्ली में 86 और हैदराबाद में 66 फ्लाइट कैंसल हुईं। कई हवाई अड्डों पर यात्रियों ने हंगामा किया, तोड़फोड़ की और रिफंड की मांग की।
FDTL नियमों की तैयारी में चूक बनी वजह
DGCA के अनुसार, समस्या की जड़ 1 नवंबर 2025 से लागू नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों की तैयारी में कमी है। इन नियमों में पायलटों की ड्यूटी घंटे, रेस्ट पीरियड और नाइट फ्लाइटिंग पर सख्ती की गई थी, लेकिन इंडिगो ने पर्याप्त क्रू प्लानिंग नहीं की। नोटिस में CEO एल्बर्स से कहा गया, “आपकी जिम्मेदारी थी कि विश्वसनीय ऑपरेशन सुनिश्चित करें, लेकिन आप अपनी ड्यूटी में विफल रहे।” पोरक्वेरास को भी इसी आधार पर नोटिस मिला है। इसके अलावा, DGCA ने फ्लाइट डिसरप्शन के कारणों की जांच के लिए चार सदस्यीय कमिटी गठित की है, जो क्रू प्लानिंग, ऑपरेशनल प्रिपेयर्डनेस और FDTL अनुपालन की कमियों का मूल्यांकन करेगी। कमिटी को दो सप्ताह में रिपोर्ट सौंपनी है।
मंत्रालय की सख्ती: रिफंड आज शाम तक
सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने शनिवार को CEO एल्बर्स के साथ ‘गंभीर बैठक’ की, जिसमें सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे। मंत्रालय ने निर्देश दिए कि सभी कैंसल फ्लाइट्स के रिफंड आज (7 दिसंबर) शाम 8 बजे तक पूरे हो जाएं। साथ ही, डिसरप्शन से बढ़े किरायों पर अस्थायी कैप लगाया गया: 7,500 से 18,000 रुपये तक, दूरी के आधार पर।
इंडिगो का बयान: नेटवर्क रीबूट, 10-15 दिसंबर तक सामान्य
इंडिगो ने कहा कि वह नेटवर्क रीबूट कर रही है। शनिवार को 1,500 से ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट करने का लक्ष्य है, जो शुक्रवार (700 फ्लाइट्स) से दोगुना है। 95% कनेक्टिविटी बहाल हो चुकी है, 135 में से 138 डेस्टिनेशन पर उड़ानें चल रही हैं। एयरलाइन ने FDTL नियमों के लिए माफी मांगी और कहा कि 10-15 दिसंबर तक पूरी तरह सामान्य हो जाएगी। हालांकि, विपक्ष ने सरकार और DGCA पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
संसदीय पैनल ने बुलाई मीटिंग
इंडिगो संकट पर संसदीय परिवहन, पर्यटन व सिविल एविएशन कमिटी ने DGCA, मंत्रालय और सभी एयरलाइंस को समन जारी किया है। कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इसे ‘मैनेजमेंट, मिनिस्ट्री और गवर्नमेंट की बड़ी फेलियर’ बताया। यह संकट इंडिगो के 20 साल के इतिहास का सबसे बड़ा है, जो पीक ट्रैवल सीजन (छुट्टियां व शादियां) में आया। यात्रियों से अपील है कि इंडिगो ऐप या हेल्पलाइन पर स्टेटस चेक करें और वैकल्पिक ट्रैवल ऑप्शन चुनें। जांच पूरी होने पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत हैं।
