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नई दिल्ली : भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा डॉ. नरेश बंसल ने देहरादून जिले के ऋषिकेश मे स्थित एम्स के विस्तारीकरण की योजना को स्वीकृति प्रदान करने का मुद्दा सदन मे उठाया। डॉ. नरेश बंसल ने शून्यकाल मे यह अति आवश्यक विषय उठाया।डॉ. नरेश बंसल ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य में पावन पवित्र गंगा मैया के निकट स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार मे उत्तराखंड को मिला था। डॉ. बंसल ने सदन को याद दिलाया कि एम्स ऋषिकेश की नींव वर्ष 2004 में दो फरवरी को रखते हुए तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि भविष्य में एम्स ऋषिकेश राज्यवासियों के लिए वरदान साबित होगा।डॉ. बंसल ने कहा आज यह सच हो रहा है।
डॉ. नरेश बंसल ने आगे कहा कि एम्स ऋषिकेश को स्वास्थ्य सेवाओं, अनुसंधान तथा प्रशिक्षण में क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने के लिए रणनीतिक रूप से स्थित किया गया था। 27 मई 2013 से यहां ओपीडी की सुविधा शुरू की गई। इसके आठ महीने बाद 30 दिसंबर 2013 से आइपीडी और फिर दो जून 2014 से सर्जरी शुरू होने से उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों के मरीजों ने भी एम्स ऋषिकेश पहुंचना शुरू कर दिया।विषम भौगोलिक स्थिति वाले इस पहाड़ी राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एम्स ऋषिकेश के डाक्टर प्रत्येक अवसर पर दृढ़संकल्पित नजर आए।
डॉ. बंसल ने बताया कि अपनी स्थापना के बाद से एम्स ऋषिकेश एक राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें वर्तमान मे विभिन्न पाठ्यक्रम के 1030 छात्र-छात्राए हैं।एम्स ऋषिकेश अब कई चिकित्सा और संबद्ध पाठ्यक्रम चलाता है। इन गतिविधियों का मार्गदर्शन 200 से अधिक संकाय सदस्यों द्वारा किया जाता है। नियमित बाह्य रोगी क्लीनिकों में बढ़ती संख्या के साथ-साथ 91 विशेष क्लीनिक जोड़े गए हैं। इसी तरह, 2013 में 200 बिस्तरों वाले आंतरिक रोगी सुविधा से अब इसकी क्षमता 960 बिस्तरों की है।
डॉ. नरेश बंसल ने सदन का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि जैसे-जैसे एम्स में स्वास्थ्य सुविधाएं और मेडिकल तकनीकें विकसित होती गई, वैसे-वैसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती गई।कोरोना महामारी के दौरान जब कोरोना संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से भी लोग भयभीत होने लगे थे, उस दौरान भी एम्स के चिकित्सकों ने फर्ज निभाते हुए कोरोना संक्रमितों का जी-जान से इलाज किया।
डॉ. नरेश बंसल ने सदन के माध्यम से सरकार से निवेदन किया एवं जोरदार मांग रखी की देहरादून जिले के ऋषिकेश मे स्थित एम्स आज न सिर्फ उत्तराखंड के गढ़वाल-कुमाऊँ-मंडल बल्कि पश्चिम उतर प्रदेश, हरियाणा,हिमाचल तक के लोगो को अपनी सेवा उपलब्ध करा रहा है व रोगीयो की संख्या निरंतर बढ रही है जिससे एम्स ऋषिकेश पर अतिरिक्त दबाव है।ऐसे मे लोगो को बेहतर व त्वरित ईलाज मिल सके इसके लिए आवश्यकता है एम्स ऋषिकेश के विस्तारीकरण की व यहां मेडिकल व नर्सिंग स्टाफ की सीट बढ़ाने की जिससे यह दबाव कम हो सके व सभी को समय पर अच्छा इलाज मिल सके। डॉ. नरेश बंसल ने कहा कि अतः मै सदन के माध्यम से सरकार से जनहित मे मांग करता हुं कि इस और सकारात्मक विचार करते हुए इसके विस्तारीकरण की योजना को स्वीकृति प्रदान करे।