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रुड़की : श्री भवानी शंकर आश्रम, रुड़की में जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भजन कीर्तन और प्रसाद वितरण हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर नारी सशक्तिकरण को समर्पित ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ विषय पर एक नाटिका का भी मंचन किया गया। इस नाटिका के माध्यम से नारी की शक्ति, सहनशीलता, त्याग, और सेवा की क्षमता पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन महंत श्री रीमा गिरी जी के पर्यवेक्षण में किया गया। महंत श्री रीमा गिरी जी ने इस अवसर पर कहा, “जन्माष्टमी का पर्व हमें भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनके धर्म पर चलने के संदेश का स्मरण कराता है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म विषम परिस्थितियों में हुआ, और जीवन भी संघर्षों में बीता। उनके महान जीवन चरित से हर प्रकार की परिस्थितियों में धर्म और पौरुष में स्थित रहने की शिक्षा मिलती है। इस विशेष अवसर पर नारी शक्ति को समर्पित नाटिका हमें समाज में नारी के स्थान का महत्व स्मरण कराती है।”