गोपेश्वर (चमोली)। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि बरसात पूर्व ही स्लाइड जोन के ट्रीटमेंट के कार्य पूरे कर लिए जाने चाहिए। उन्हांने कहा कि इस दौरान पैदल चलने के लिए लकड़ी के पैदल पुल भी बना लिए जाने होंगे।
आपदा प्रबंधन के तहत किए गए कार्यो की समीक्षा करते हुए डीएम तिवारी ने डिफेक्टिव लाइवेलिटी पीरियड वाली सड़कों की मरम्मत व नालियों की सफाई करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि वर्षा के सीजन के बजाए दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त कार्यो को जनवरी फरवरी में ही पूर्ण करा लिया जाए। सड़क कटिंग के समय पर ही इंजीनियर निरीक्षण करे और सुरक्षात्मक दीवार बनाएं। स्लाइडिंग जोन पर सुरक्षात्मक कार्य बरसात के पूर्व ही करा लिए जाएं। जहां पर काम में देरी हो रही वहां पर पैदल लकड़ी के पुल का अस्थायी कार्य जरूर करा लें अन्यथा लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। साथ ही जिलाधिकारी ने ब्लॉक द्वारा कराये गये निर्माण कार्यों की सराहना भी की। जिलाधिकारी ने कहा कि पीडब्लूडी की जगह अगर ब्लॉक द्वारा किए गए कार्य टिकाउ हैं तो आपदा प्रबंधन द्वारा ब्लॉक स्तर से ही काम करवाए जाएं। पशुपालन विभाग को घोड़े खच्चरों की बीमारी के चेकअप कराने के निर्देश दिए, ताकि हेमकुण्ड साहिब यात्रा में कोई व्यवधान न हो। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग को गोविन्दघाट में वैली ब्रिज के कार्य को भी जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए हुए कहा कि आपदा के समय मुख्य शिक्षाधिकारी आपदा से प्रभावित स्कूलों में अपने स्तर से छुटटी के आदेश कर सकते हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्द किशोर जोशी ने जानकारी दी कि दैवीय आपदा से क्षति ग्रस्त सड़कों, पुल और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य पीडब्लूडी, पीएमजीएसवाई, ग्रामीण निर्माण विभाग,जिला पंचायत और ब्लॉक स्तर पर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा पूर्ण कराने के लिए दिए गए थे। इनमें से अधिकांश कार्यो को पूरा कर गया है। उन्होंने बरसात से पहले लोक निर्माण विभाग, बीआरओ को जेसीबी, पोकलैंड, डोजर तैनात करने के लिए भी कहा। जिससे यातायात सुचारू रूप से चलता रहे। साथ ही चिकित्सा विभाग को पर्याप्त मात्रा में दवाई का भण्डारण एवं एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आनन्द सिंह, अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश, डीएफओ सर्वेश दुबे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।