डीएम संदीप तिवारी के निरीक्षण पर राजजात यात्रा को कुरूड से प्रारंभ करने की उठी मांग

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गोपेश्वर (चमोली)। आगामी  2026 में प्रस्तावित नंदादेवी राजजात यात्रा को लेकर जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने सिद्धपीठ कुरूड पहुंचकर प्रस्तावित कार्यों को लेकर स्थानीय लोगों से संवाद कर अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। स्थानीय लोगों ने नंदा राजजात को कुरूड से प्रारंभ करने तथा कुरूड को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की मांग उठाई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में रविवार को जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने नंदा सिद्धपीठ कुरूड पहुंच कर तैयारियों को लेकर स्थानीय लोगों से संवाद किया। कुरूड के प्रवेश द्वार पर महिलाओं ने जिलाधिकारी का पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ स्वागत सत्कार किया। डीएम ने नंदा राजराजेश्वरी सिद्धपीठ कुरूड मंदिर में पूजा अर्चना कर ग्रामीणों तथा यात्रा की सफल संचालन की मनौती मांगी। इस अवसर पर मुख्य संयोजक कर्नल हरेंद्र सिंह रावत ने डीएम तथा सीडीओ को कुरूड मंदिर समिति की ओर से ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि  राजजात का शुभारम्भ कुरुड़ से किया जाना चाहिए। कहा कि नंदा देवी राजजात को ‘ नंदा देवी बड़ीजात’ के रूप में मान्यता प्रदान कर कुरुड़ को राज्य के पर्यटन मानचित्र में स्थान देकर सभी पड़ावों को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने की मांग की गई।

डीएम तिवारी ने ग्रामवासियों की सभी मांगों का संज्ञान लेते हुए शासन को पत्र भेजे जाने और सचिव पर्यटकों अवगत कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि नंदा राजजात यात्रा की व्यवस्था इस तरह सुनिश्चित की जाए कि आने वाले श्रद्धालु प्रदेश एवं जनपद की सकारात्मक छवि अपने साथ लेकर जांए। उन्होंने स्थानीय लोगों से सहयोग की भी अपील की।

कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए डीएम ने यात्रा पडावों तथा यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर जरूरी व्यवस्थाओं का आकलन करने को कहा। उनका कहना था कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य योजना बनाने, मंदिर सौंदरीकरण, पैदल रास्तों का सुधार, विश्राम गृहों का निर्माण, शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था, सुरक्षात्मक कार्यों और नाली निर्माण हेतु आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके चलते ही वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली नंदा देवी राजजात के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इस दौरान सीएम के को-आर्डिनेटर दलवीर दानू ने कहा कि नंदा देवी राजजात के आयोजन हेतु एक ‘अम्ब्रेला समिति’ का गठन किया जाना चाहिए। इसमें सभी संबंधित मंदिर समितियां शामिल करना होगा। कुरुड़ क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने पर जोर देते हुए उनका कहना था कि मां नंदादेवी की इस पवित्र यात्रा में प्रशासन और आम लोगों का सहयोग जरूरी है। 

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़,अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार सैनी, कुरूड मंदिर समिति के अध्यक्ष सुखवीर रौतेला, पूर्व ब्लॉक प्रमुख कर्ण सिंह नेगी, नरेश गौड़, कृपाल सिंह, प्रकाश गौड, दौलत सिंह बिष्ट, महेंद्र नेगी समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।

 

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