डीजीपी दीपम सेठ ने ली पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक, दिए ये निर्देश

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देहरादून : पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड दीपम सेठ की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन, शीतकालीन चारधाम यात्रा, मादक पदार्थों की तस्करी तथा अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध प्रचलित अभियानों, नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन एवं 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर समस्त जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक समीक्षा गोष्ठी आयोजित कर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।

समीक्षा बैठक के मुख्य दिशा-निर्देश

नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन

  1.  नए आपराधिक कानूनों के मुख्य प्रावधानों जैसे Zero FIR, e-FIR, गंभीर अपराधों में फॉरेंसिक टीम द्वारा निरीक्षण घटनास्थल, साक्ष्य को डिजिटल माध्यम से अपलोड किया जाना, विभिन्न कार्यवाहियों के लिए निर्धारित timelines आदि प्रावधानों का पूर्ण रूप से अनुपालन करने हेतु निर्देशित किया गया।
  2. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि डेटा एनालिटिक्स एवं AI को प्रभावी ढ़ंग से उपयोग करने के लिए डेटा एंट्री की quality पर ध्यान देना नितांत आवश्यक है। इसलिए समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपराध और अपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (CCTNS) में सटीक और पूर्ण डाटा दर्ज किया जाए।
  3. सभी जांच अधिकारियों को अनिवार्य रूप से CCTNS से चार्जशीट तैयार करने हेतु भी निर्देशित किया गया।

आगामी नागर स्थानीय निकाय सामान्य निर्वाचन

  1.  निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के दृष्टिगत समस्त जनपद प्रभारी संवेदनशील/अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर लें। आदर्श आचार संहिता का स्वंय अवलोकन कर प्रत्येक बिन्दु पर अपेक्षा अनुरूप शत-प्रतिशत कार्यवाही की जाय ।
  2. आदर्श आचार संहिता में उल्लिखित निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाये ।
  3. जनपदों में बैरियर, नाका आदि स्थापित करते हुये सघन चैकिंग अभियान चलाकर अवैध सामग्री की जब्ती की कार्यवाही की जाय ।
  4. जनपदीय अभिसूचना तंत्र को सतर्क कर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाय, ताकि अफवाह फैलाने वाले एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाय । 
  5. निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित करके उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाय ।
  6. निर्वाचन के दृष्टिगत गश्त, चैकिंग एवं निरोधात्मक कार्यवाही सम्पूर्ण निर्वाचन क्षेत्र में लगातार की जाय, साथ ही जनपद के बार्डर क्षेत्र में सतर्क दृष्टि रखते हुये पुलिस अधिकारियों से आपसी समन्वय रखा जाय।
  7. जनपद में उपलब्ध पुलिस बल का आंकलन कर उचित सुरक्षा प्लान तैयार किया जाए।

38वें राष्ट्रीय खेल की तैयारियां

प्रदेश के पांच जनपदों में 28 जनवरी, 2025 से 38वें राष्ट्रीय खेल आयोजित किये जा रहे हैं। इसके लिए हमें त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था और सुव्यवस्थित यातायात प्रबन्धन सुनिश्चित करना है।
  1. खेलों के दौरान खिलाड़ियों एवं दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विशेष कार्ययोजना बनाने हेतु निर्देशित किया गया।
  2. आयोजन स्थलों, होटल एवं परिवहन मार्गों पर यातायात प्लान और पार्किंग की व्यवस्था की कार्य योजना तैयार कर लें।
  3. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए Quick Response Team तैयार रखने के निर्देश दिए गए।
  4. खेल विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए सुरक्षा व्यवस्था हेतु आवश्यक उपकरण- सीसीटीवी, ड्रोन, बैगेज स्केनर, पार्किंग/ डायवर्जन सम्बन्धी साइनेज/ बोर्ड, बैरियर्स इत्यादि का आंकलन करते हुए इनकी मांग सम्बन्धी प्रस्ताव समय से प्रेषित किया जाए।

मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध अभियान

समस्त जनपदों में थानास्तर तक Tasking करते हुए जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध अभियान के अन्तर्गत मादक पदार्थों की supply chain को भी विवेचना में सम्मिलित करते हुए अभियुक्तों की सम्पत्ति अधिग्रहण की कार्यवाही की जाए। मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए स्थानीय एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर विशेष चैकिंग की जाए। साथ ही नशे के विरुद्ध शिक्षण संस्थानों एवं सामुदायिक केन्द्रों पर व्यापक जन जागरुकता अभियान लगातार चलाने हेतु निर्देशित किया गया।

सड़क दुर्घटनाओं को लेकर निर्देश

सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों जैसे- ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, रैश ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध प्रचलित कार्यवाही जारी रखी जाए। विगत वर्षों के दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हीकरण कर विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए गए।

शीतकालीन चारधाम यात्रा प्रबन्धन

प्रचलित शीतकालीन चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या व आगामी नववर्ष पर पर्यटकों के प्रदेश में आगमन के दृष्टिगत पुलिस प्रबन्धन और यातायात नियंत्रण प्लान अच्छे तरह से निष्पादित किये जाए और उसका सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। फोर्स की विजिबिलिटी बढ़ाएं, जनपद प्रभारी स्वयं लगातार मॉनिटरिंग करें। बाहर से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक, सुरक्षा और यातायात प्रबन्धन को लेकर उत्तराखण्ड से एक अच्छा अनुभव लेकर जाएं। पर्यटकों की समस्या पर तुरंत रिस्पॉन्स करने हेतु भी निर्देशित किया गया। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक खबरों एवं अफवाहों का त्वरित खण्डन कर वास्तविक तथ्यों से अवगत कराया जाए।
 
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन/अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक पी एण्ड एम / मुख्यालय विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात अरुण मोहन जोशी, पुलिस उप महानिरीक्षक पीएसी मुख्यालय जनमेजय खंडूरी, पुलिस उप महानिरीक्षक पी एंड एम सेंथिल अब्दई कृष्ण राज. एस, पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

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