देहरादून: मैदानों जिलों में गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। लोग गर्मी से राहत पाने के लिए गन्ने का जूस समेत अन्य़ फलों के जूस का सहारा ले रहे हैं। छतरी समेत मूंह पर कपड़ा बांधकर धूप से बच रहे हैं। आपको बता दें कि इस साल गर्मी ने अप्रेल से ही अपना रौद्ररूप दिखाना शुरू कर दिया है। मैदान ही नहीं पर्वतीय क्षेत्रों में भी गर्मी का कहर बरप रहा है। लोगों के पसीने छूट रहे हैं। मौसम विभाग ने जो रेड अलर्ट जारी किया है। वह, बेहद गंभीर है।
तापमान बढ़ने पर अब मौसम विभाग ने भी पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ पिघलने और हिमस्खलन का खतरा बढ़ने की संभावना के चलते रेड एलर्ट की एडवाइजरी जारी कर दी है। मौसम विभाग ने 9 अप्रैल से 12 अप्रैल तक तापमान सामान्य से बहुत अधिक रहने की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। गर्मी से फसलों और सब्जियों को नुकसान होने की आशंका भी जताई गई है।
मौसम विभाग के अनुसार 9, 10, 11 और 12 अप्रैल को उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत में सामान्य से बहुत ज्यादा तापमान रहने का अनुमान है। इस दौरान इन जिलों में कुछ स्थानों पर वनाग्नि की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। फसलों और सब्जियों पर भी गर्मी का असर दिखेगा।
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के 3500 मीटर से ज्यादा वाले उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने से हिमस्खलन होने का भी खतरा है। विभाग ने किसानों को तेज धूप से फसल को झुलसने से बचाने के लिए नियमित तौर पर सिंचाई करने के निर्देश दिए हैं।