लैंसडाउन : राजकीय महाविद्यालय जयहरीखाल में उत्तराखंड राज्य की स्थापना के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इंद्रमणि बडोनी जी का 100 वां जन्मदिवस बहुत धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर लवनी रानी राजवंशी द्वारा इंद्रमणि बडोनी जी के छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर एवं माल्यार्पण करके किया गया। वनस्पति विज्ञान की प्राध्यापिका डॉ पवनिका चंदोला द्वारा गढ़वाली भाषा में बडोनी के जीवन के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया । इसके पहचात हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ उमेश ध्यानी द्वारा बडोनी जी के समग्र जीवन के विषय चर्चा करते हुए बताया गया कि किस प्रकार उन्होंने उत्तराखंड स्थापना आंदोलन में अहिंसा का पालन करते हुए उत्तराखंड के गांधी कहलाए, तथा उनके जन्मदिवस को लोक संस्कृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्या द्वारा छात्र / छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा गया बडोनी जी के अथक प्रयासों के कारण ही बडोनी जी की मृत्यु के एक वर्ष पश्चात 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड राज्य की स्थापना हुई तथा उनके सहज व्यक्तित्व के कारण उन्हें पहाड़ी गांधी की संज्ञा दी गई। कार्यक्रम में महाविलय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एस पी मधवाल, डॉ आर के द्विवेदी, डॉ कमल कुमार,डॉ वी के सैनी सहित अन्य प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।
