भाषण में नंदासैंण की डिम्पल चौधरी और चित्र कला में मालसी का सूरज रहा प्रथम

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गैरसैंण। सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र गोपेश्वर के सौजन्य और शिक्षा तथा वन विभाग की और से जीआईसी गैरसैंण में वन्यजीव व मानव संघर्ष को कम करने पर परिचर्चा गोष्ठी का आयोजन किया गया। जीआईसी गैरसैंण के प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी का मुख्य अतिथि एम एन जुयाल ने दीप प्रजवल्लित कर शुभारंभ किया। प्रतिभागी छात्राओं ने सरस्वती वंदना और अतिथियों कज स्वागत के उपरांत राज्य वन्यजीव सलाहकार परिषद के सदस्य ओम प्रकाश भट्ट ने। प्रतिभागियों को वन संरक्षण और वन्य जन्तु संरक्षण अधिनियम की जानकारी देते हुए नंदादेवी और फूलों की घाटी नेशनल पार्क सहित अन्य पार्कों व अभ्यारण्यों की विस्तार से जानकारी दी। परिषद के सचिव म़गला कैठियाल व विनय सेमवाल ने पर्यावरण विद विख्यात चिपको आंदोलन के प्रेणता चंडीप्रसाद भट्ट के संघर्षशील जीवन पर प्रकिश डाला।
इस दौरान पूर्व में ब्लॉक स्तर पर कराई गई भाषण और चित्र कला प्रतियोगिता में आयोजकों की ओथ से पहले दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वालों को क्रमशः पांच हजार, तीन हजार और दो हजार रूपये की नगद राशि व स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र और पर्यावरण साहित्य भेंट कर पुरस्कृत किए गये।

प्रतियोगिता में बीस विद्यालयों ने भाग लिया ।

भाषण में जीआईसी नंदासैंण की डिम्पल चौधरी ,जीआईसी गैरसैंण की मीनाक्षी तथा जीजीआइसी गैरसैंण की साक्षी व राउमावि गोगना की योगिता प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान का पुरस्कार प्राप्त किया। चित्र कला में जीआईसी मालसी के सूरज, राउमा विजयसैंण के तरुण व जीआईसी मरोड़ा के मयंक ने क्रमशः पहला दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त कर पुरस्कार लिया। इस दौरान डिप्टी रैंजर अवतार सिंह रावत, दि्वया भट्ट, भवान सिंह, नरेश चंद्र डू्यंडी, मोहन रावत ,अश्वनी कुमार आदि वक्ता  मौजूद रहे।

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