कोटद्वार : एससी, एसटी, ओबीसी वैचारिक महासभा उत्तराखंड का द्विवार्षिक अधिवेशन सम्पन्न हुआ, इस अवसर पर महासभा की नवीन कार्यकारणी चुनी हुई। तपोवन रोड रायपुर स्थित ब्लॉक सभागार में देश के संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं मुंशी हरि प्रसाद टम्टा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीपप्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से एससी, एसटी एवं ओबीसी समाज के लोग कार्यक्रम में शामिल हुए ।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र मे प्रदेश के अनुसूचित जाति, जनजाति पिछड़ी जाति समाज के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक विषयों पर केंद्रित विषयों पर वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए, उनके हक एवं संवैधानिक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए वैचारिक महासभा को एक मजबूत संगठन के रूप में स्थापित किय जाने पर जोर दिया।
द्वितीय सत्र में वैचारिक महासभा की नवीन कार्यकारणी का गठन हुआ, जिसमें सर्वसहमति से सेवानिवृत्त प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रघुनाथ लाल आर्य को अध्यक्ष, रजा अशरफ को वरिष्ठ उपाध्यक्ष,दीपक चंद्रा महासचिव, डॉक्टर राधा बाल्मीकि, गीता सिंह को उपाध्यक्ष , विक्रम सिंह कोषाध्यक्ष, मनमोहन भारती सचिव, नरेंद्र लाल को संगठन सचिव चुना गया। कोटद्वार से सम्मेलन में शैलशिल्पी विकास संगठन की ओर से प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य, कोषाध्यक्ष केशीराम निराला, संरक्षक मनवर लाल भारती, जयदेव सिंह मानव ,आशाराम मौजूद रहे sc st शिक्षक एसोसिएशन की ओर से जिलाध्यक्ष जगदीश राठी, प्रमोद चौधरी, धर्मेंद्र सिंह आर्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एस.एस पांगती (EX IAS), अतिविशिष्ट अतिथि चंद्र सिंह, उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व सचिव जगदीश चंद मौजूद रहे, कार्यक्रम की अध्यक्षता निवर्तमान अध्यक्ष दलीप चंद आर्य एवं संचालन आर एल आर्य ने किया। शैलशिल्पी विकास संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विकास कुमार आर्य ने कहा कि उत्तराखंड में sc st obc समाज एवं उसके संगठनों के लिए वैचारिक महासभा एक मजबूत संगठन के रूप में स्थापित होगा, जिसके माध्यम से वंचित वर्गों के समग्र विकास के लिए कार्य किए जाएंगे। आर्य ने कहा कि वैचारिक महासभा में गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार से शिक्षित,कर्मठ एवं जुझारू महिला गीता सिंह के प्रदेश उपाध्यक्ष चुने जाने से निश्चित ही संगठन को मजबूती मिलेगी।