धार्मिक यात्राओं के दौरान पर्यावरण के संरक्षण का रखा जाना चाहिए विशेष ध्यान – डॉ. नंद किशोर हटवाल

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गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के  विकासखंड नंदानगर के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटरमीडिएट कालेज सितेल में गुरूवार को सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र की ओर से चिपको नेता आलम सिंह बिष्ट की स्मृति में नंदा राजजात एक धार्मिक और साहसिक यात्रा विषय पर डॉ. नंद किशोर हटवाल ने व्याख्यान देते हुए कहा कि धार्मिक यात्राओं के दौरान पर्यावरण के संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। 

उत्तराखंड की लोक संस्कृति के जानकार और प्रख्यात संस्कृति कर्मी डॉ. नंदकिशोर हटवाल ने छात्र-छात्राओं को नंदा राजजात के धार्मिक महत्व, इतिहास के साथ ही सभी पहलुओं की जानकारी दी और कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में आयोजित होने वाली इस यात्रा के दौरान धार्मिक पहलुओं के साथ ही हिमालय की संवेदनशीलता को भी ध्यान में रखना चाहिए। हमारे पूर्वजों नें हिमालय की धार्मिक तथा पर्यावरणीय महत्ता को ध्यान में रखते हुए उसकी पवित्रता को बनाये रखने के लिये इस क्षेत्र में यात्रा के दौरान मानवीय क्रियाकलापों को कई नियमों तथा लोकाचारों के माध्यम से प्रतिबंधित किया था, जिससे आज भी हमारे ये क्षेत्र संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के संक्षण के लिए नए कायदों के साथ पूर्वजों के अनुभवों और कार्यों से सीख लेनी चाहिए। तभी ये संपन्न इलाके बचे रहेंगे।

कार्यक्रम में सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने कहा कि, हिमालय हमारी धार्मिक आस्था के साथ ही पर्यावरण का भी प्रमुख आधार है। मध्य हिमालय क्षेत्र में निरंतर बढ़ती वनाग्नि की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वनाग्नि से जहां कई हेक्टेयर जंगल खाक हो गये हैं, वहीं कई जीव विलुप्त तथा कई विलुप्ति के कगार पहुंच गये हैं। हिमालय जो की जैव विविधता की दृष्टि से समृद्ध है अब वनाग्नि के कारण  वह भी नष्ट होने के कगार पर पहुंचने वाला है। यदि अभी संगठित होकर हमने इस सिलसिले को नही रोका तो निकट भाविष्य में हमें इसके गंभीर दुष्परिणाम भुगतने होंगें और वो कितने भयावह होंगें हम  उसकी कल्पना भी नही कर सकते हैं।

इससे पूर्व व्याख्यान कार्यक्रम में चिपको नेता आलम सिंह बिष्ट जी को याद कर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प पुष्प अर्पित किये गये। विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश गौड़ की अध्यक्षता में संचालित कार्यक्रम में  मंगला कोठियाल ने मुख्य वक्ता के कार्य और अनुभवों की जानकारी दी तथा कार्यक्रम का संचालन विनय सेमवाल ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में  अभिवावक संघ के अध्यक्ष यशपाल आर्य, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रणजीत सिंह,  यशवंत सिह, धीर सिंह, रमेश रावत, दमयंती रावत, विमला पंत, रेखा आदि ने अपने विचार रखे।

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