विजिलेंस ने चिकित्सा निदेशालय के तैनात वरिष्ठ सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार

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देहरादून। उत्तराखंड चिकित्सा निदेशालय के वरिष्ठ सहायक को विजिलेंस ने छह हजार रुपये की रिश्वत के साथ पकड़ा। शिकायतकर्ता की ओर से सतर्कता अधिष्ठान पर शिकायत दर्ज कराई गई कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मुकेश कोटियाल ने 8,500 रूपए रिश्वत की मांग की गई थी।  विजिलेंस देहरादून सेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ सहायक को 6000 रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता की ओर से सतर्कता अधिष्ठान पर शिकायत दर्ज कराई कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान के लिए वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड देहरादून मुकेश कोटियाल की ओर से 8,500 रुपये रिश्वत की मांग की गयी थी।

पूर्व में उसे 2500 दे दिये गये थे। शिकायत के आधार पर मंगलवार को सतर्कता अधिष्टान देरादून की ट्रैप टीम ने मुकेश कोटियाल वरिष्ठ सहायक, महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड देहरादून को 6,000 रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया । विजिलेंस की ओर से 15 दिनों में यह तीसरी गिरफ्तारी है।

पिछले दिनों विजिलेंस ने चमोली और पौड़ी से दो अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों को सुनने के लिए राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 को शुरू किया है। सभी सरकारी दफ्तरों में एप की जागरूकता के लिए पोस्टर लगाए गए हैं।

एप से अब तक 980 से ज्यादा विजिलेंस और नॉन विजिलेंस की शिकायतें दर्ज हुई हैं। इन शिकायतों पर गंभीरता से कार्य करते हुए विजिलेंस ने रिश्वतखोरों को जेल भेजा है। बीते नौ माह में विजिलेंस ने करीब 32 रिश्वतखोरों को जेल भेजा है। 23 साल के उत्तराखंड में जहां भ्रष्टाचार से जुड़े 281 ट्रैप में कुल 303 गिरफ्तार हुए हैं। वहीं बीते 3 सालों में विजिलेंस ने करीब 70 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है।

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