पोखरी (चमोली)। पोखरी ब्लॉक में मानव-वन्य जीव संघर्ष के खिलाफ लोगों का गुस्सा सड़क पर फूट गया है। इसके चलते लोगों ने पोखरी में विशाल जनाक्रोश रैली निकाल कर सरकार के खिलाफ जमकर भडास निकाली। मंगलवार को भालुओं के आंतक गुस्साए लोग सड़क पर उतर आए। इसके चलते विनायकधार तिराहे से पेट्रोल पंप होते हुए तहसील परिसर तक जनाक्रोश रैली निकाली गई। इस दौरान वन मंत्री तथा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। तहसील परिसर पहुंचते ही लोगों ने जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री तथा वन मंत्री को ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में कहा गया कि पर्वतीय क्षेत्रों में मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। पिछले कुछ सालों से वन्य जीव मवेशियों का शिकार करते आ रहे हैं। मौजूदा दौर में भालुओं के आंतक से लोग दहशत के बीच रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस नीति न बनाए जाने से लोगांें का जीवन असुरक्षित और अशांत हो चला है। यह स्थिति पहाड़ों में रह रहे लोगों के लिए चिंता का सबब बन कर रह गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मौजूदा साल में अप्रत्याशित रूप से भालू और बाघों के हमले बढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को संसद और विधान सभा में भी उठाया गया किंतु कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। आए दिन भालुओं और बाघों के आंतक के चलते लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मानव-वन्य जीव संघर्ष रोकने के कोई पहल नहीं की गई तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। कहा कि वन्यजीवों के बढ़ते आतंक के कारण कृषि कार्य लगातार घट रहा है और पशुपालन लगभग समाप्ति की ओर है। इससे हिमालयी क्षेत्रों में भूजल स्तर में गिरावट जैसे गंभीर पर्यावरणीय संकेत सामने आ रहे हैं।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख राजी देवी, थालाबैड वार्ड से जिला पंचायत सदस्य बीरेंद्र सिंह राणा, सलना वार्ड की जिला पंचायत सदस्य दिव्या भारती,एडवोकेट श्रवण सती, पूर्व प्रमुख प्रीति भंडारी, करछूना के प्रधान बिक्रम सिंह नेगी, सूगी की प्रधान विमला देवी, तेजपाल रावत निर्मोही, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष रवेंद्र नेगी , बृजेश रडवाल, सुलोचना देवी, सुबोधनी देवी, शकुन्तला देवी, पुष्पा देवी, रणवीर सिंह, ईश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।
इस दौरान उपजिलाधिकारी अबरार अहमद ने केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी को मौके पर बुलाकर निर्देश दिए कि वन्यजीवों, विशेषकर भालू से प्रभावित क्षेत्रों और विद्यालयों के आसपास वनकर्मियों की नियमित गश्त सुनिश्चित की जानी चाहिए।
