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टिहरी : जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल की अध्यक्षता में जल संरक्षण एवं संवर्धन तथा मनरेगा कन्वर्जेंस कार्यों संबंधित बैठक संपन्न हुई। बुधवार को देर सांय तक चली बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी संबंधित अधिकारियों को जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों तथा फसलों एवं अन्य स्थानीय उत्पादों के जंगली जानवरों से बचाव हेतु सुरक्षात्मक कार्यों को प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ से जल संरक्षण कार्यों की जानकारी लेते हुए गाइडलाइन का अध्ययन कर वाटर सिर्सोसिस ग्राम/स्थान चिन्हित करने तथा रेखीय विभागों के साथ समन्वय कर जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्राथमिकता पर कार्य योजना बनाकर कार्यों को करने के निर्देश दिए। उप निदेशक जलागम को स्प्रिंग एण्ड रिवर रिज्यूविनेशन अथॉरिटी (सारा) के तहत ग्राउंड पर कार्य शुरू करने तथा बीडीओ को कार्यों की मॉनिटरिंग करने को कहा गया। वन विभाग को कैम्पा योजना के अन्तर्गत जल संसाधन क्षेत्रों में कार्य करने को कहा गया। जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत जल संस्थान एवं वन विभाग को चिन्ह्ति क्रिटीकल जल स्रोतों का जल्द संयुक्त निरीक्षण करने को कहा गया। इसके साथ ही सभी संबंधितों को जल संरक्षण के कार्यों के एस्टीमेट तैयार रखने को कहा गया, ताकि आदर्श आचार संहिता के तत्काल बाद योजनाओं को स्वीकृत कर समय से कार्य शुरू किए जा सकें।
उप निदेशक जलागम/सदस्य सचिव स्प्रिंग एण्ड रिवर रिज्यूविनेशन अथॉरिटी (सारा) नवीन सिंह बरफवाल ने जल संरक्षण अभियान 2024 के तहत ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर एवं जनपद स्तर पर क्रिटिकल स्रोत चयन की स्थिति एवं अन्य जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्राम स्तर पर 723 क्रिटीकल स्रोत, 126207 खन्तियां, 824 रिचार्ज पिट, 1012 चालखाल चिन्ह्ति किये गये हैं। वहीं ब्लॉक स्तर पर 96 क्रिटीकल स्रोत, 21258 खन्तियां, 18 डग आउट पोण्ड, 139 चालखाल तथा जनपद स्तर पर 53 क्रिटीकल स्रोत चिन्ह्ति किये गये हैं। उन्होंने अभियान के तहत ब्लॉक एवं जनपद स्तर पर जल सप्ताह गतिविधियां आयोजित करने हेतु स्थान चिन्हित करने की अपेक्षा की। डीडीओ मो. असलम ने जल संरक्षण कार्य एवं जल शक्ति अभियान की कार्ययोजना की जानकारी देते हुए बताया कि खांतियों में बैम्बों पौधारोपण की कार्ययोजना है।
जिलाधिकारी ने मनरेगा कन्वर्जेंस कार्यों की जानकारी लेते हुए रेखीय विभागों के अधिकारियों को फसलों एवं अन्य स्थानीय उत्पादों के जंगली जानवरों से बचाव हेतु सुरक्षात्मक कार्यों को प्राथमिकता पर करने को कहा। जल संस्थान को हैंडपंपों के पास शोक पिट मिशन मोड में बनाने, डीईओ बेसिक को मिड डे मील के तहत प्रथम चरण में 77 चिन्हित स्कूलों में किचन कम स्टोर बनाने, आंगनवाड़ियों में बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत रेलिंग आदि सुरक्षात्मक कार्य करने, झाड़ी कटान, वनाग्नि सुरक्षा आदि अन्य कार्यों में स्वयंसेवकों/महिला मंगल दलों का सहयोग लेने, अमृत सरोवरों से गाद निकालने, ड्रिप सिंचाई प्रणाली एवं सूक्ष्म सिंचाई पर फोक्स करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
बैठक में सीएओ अभिलाषा भट्ट, डीएचओ वी.के. वर्मा, डीईओ बेसिक वी.के. ढौंडियाल, ईई जल संस्थान टिहरी प्रशांत भारद्वाज, ईई पेयजल निगम चंबा के.एन. सेमवाल, ईई लघु सिंचाई बृजेश गुप्ता, ईई सिंचाई अनूप डियूंडी, समाज कल्याण अधिकारी के.एस. चौहान, समस्त बीडीओ एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।